| Basic Information of Raag Kedaar (राग केदार की मूलभूत जानकारी) | |
|---|---|
| Thaat (थाट): | Kalyaan (कल्याण) |
| Time (समय): | Night, 1st Slot (रात, प्रथम प्रहर) |
| Category(जाती): | Odav / Shadav (ओड़व / षाडव) |
| Vaadi (वादी): | m (म / मध्यम) |
| Samvaadi (संवादी): | S (सा / षड्ज) |
| Komal Swar (कोमल स्वर): | n in Avroh (अवरोह में नी) |
| Prohibited Swar (वर्ज्य स्वर): | R and G in Aaroh, G in Avroh (आरोह में रे और ग, अवरोह में ग) |
| Aaroh (आरोह): | S m GP, M P Dh n Dh P, P P S. (सा म गप, म प ध नी ध प, प प सा.) |
| Avroh (अवरोह): | S. N Dh P, M P Dh P m, SR S (सा. नी ध प, मॅ प ध प म, सारे सा) |
| Pakad (पकड़): | S m GP, Dh P m SR S (सा म गप, ध प म सारे सा) |
| Note: | Although G is prohibited in Raag Kedaar, it is generally important to just "touch" it. G is very weak and it is never a prominent note. (राग केदार मे ग वर्जित है। किन्तु सामान्यतः ये महत्वपूर्ण माना जाता है की ग को स्पर्श किया जाए। ग सदैव अत्यंत दुर्बल, वक्र तथा नगण्य स्वर होता है।) |
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